Sahara India Protest News : दिल्ली में निवेशकों ने किया दो दिवसीय आंदोलन, अमित शाह का भारी बिरोध

सहारा में केवल इसीलिए जमा कराया था क्योंकि सहारा के पास सरकार आधारित रिजर्व बैंक आफ इंडिया का लाइसेंस मौजूद था वहीं सहारा के सहकारिता विभाग में भी इसी लिए पैसा जमा किया गया था ताकि निवेशकों को उनका पैसा समय वर्ष मिल सके परंतु देश की एजेंसियों ने सहारा को लाइसेंस तो दे दिया था परंतु आप जब पैसा लौटाने की बारी आई है तो सहारा ने भी अपने हाथ खड़े कर लिए हैं

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Protest against sahara india by the side of sayukt all india sangharsh nyay morcha
Investors held two-day protest in Delhi, strong opposition to Amit Shah

डेस्क रिपोर्ट, लीगल : सहारा इंडिया की सहकारी समितियों का पैसा निवेशकों को लौटने के लिए सहारा निवेशकों हेतु सुप्रीम कोर्ट ने देश की सहकारिता मंत्रालय को 9 महीने का समय दिया था जिसमे निवेशकों के संपूर्ण भुगतान की जिम्मेदारी सहकारिता बिभाग को दी गई थी वही सहकारिता बिभाग शायद अपना काम सही से नहीं कर पाया जिसकी यह अहम वजह रही की आज सहारा का जमाकर्ता दोबारा सड़को पर आंदोलन कर रहा है।

अमित शाह ने स्वम ली थी जिम्मेदारी

सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने एक चुनावी रैली से सहारा इंडिया के सभी निवेशकों को उनका पैसा लौटाने का वादा किया था जिसमे शाह ने सभी निवेशकों को उनकी शिकायत सहकारिता मंत्रालय के पास भेजने के लिए कहा था जिसके बाद सहारा निवेशकों के लिए एक रिफंड पोर्टल जारी किया गया था परंतु आंदोलन में सम्मलित हुए निवेशकों ने बताया की जिस पोर्टल से पैसा मिलने की उम्मीद थी उसने पैसा तो नहीं दिया परंतु कमिया अलग दिखा दी।

Sahara India Protest News Update

सहारा इंडिया के निवेशकों के लिए आज सयुक्त ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के अंतर्गत दूसरे दिन आंदोलन रखा गया था, आपको बताते की संयुक्त ऑल इंडिया संघर्ष न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अभय देव शुक्ला ने बताया कि सहारा इंडिया के खिलाफ उन्होंने 27 दिसंबर 2023 को आंदोलन रखा था परंतु कई निवेशक दिल्ली के जंतर मंतर तक ट्रेन लेट होने के कारणवर्ष नहीं पहुंच सके इसके बाद पुलिस प्रशासन से बातचीत कर उन्होंने इस आंदोलन को दिनांक 29 दिसंबर 2023 को भी रखा, वहीं सहारा इंडिया के सभी पीड़ित निवेशकों हेतु जन आंदोलन मोर्चा ने आज देश के गृहमंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के खिलाफ अपना गुस्सा प्रकट किया है जिसमें निवेशकों ने भाजपा को 2024 में मतदान न करने के लिए भी कहा है.

अभय देव शुक्ला ने हमारे पत्रकार से बातचीत करते हुए बताया कि सहारा इंडिया के कई सारे निवेशक अत्यंत पीड़ित एवं प्रताड़ित हैं वहीं संगठन के साथ कई सारे एजेंट भी जुड़े हुए हैं जिन्होंने सहारा में पूर्व वर्ष काम किया था और लोगों का पैसा सहारा में केवल इसीलिए जमा कराया था क्योंकि सहारा के पास सरकार आधारित रिजर्व बैंक आफ इंडिया का लाइसेंस मौजूद था वहीं सहारा के सहकारिता विभाग में भी इसी लिए पैसा जमा किया गया था ताकि निवेशकों को उनका पैसा समय वर्ष मिल सके परंतु देश की एजेंसियों ने सहारा को लाइसेंस तो दे दिया था परंतु आप जब पैसा लौटाने की बारी आई है तो सहारा ने भी अपने हाथ खड़े कर लिए हैं वही देश के सहकारिता विभाग भी अब इस पैसे को देने में नाटक एवं नौटंकी कर रहा है जिसके खिलाफ यह संगठन पूरे जोरों चोरों के साथ पूरे देश में अपने विरोध प्रदर्शन दर्ज कर रहा है.

 

बुजुर्गो के साथ हुई दिल्ली पुलिस की झड़प

सहारा इंडिया की सहकारी समिति सहित सहारा ग्रुप के खिलाफ आंदोलन कर रहे निवेशकों की आज दिल्ली पुलिस के साथ भी झड़प हो गई, मामले को लेकर बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार आज दिल्ली में मौजूद थे वहीं नीतीश कुमार को अपनी परेशानी बताने के लिए जब सहारा पीड़ित निवेशक पहुंचे तो दिल्ली पुलिस ने बुजुर्गों के साथ हाथापाई करी जिसमें कई सारे बुजुर्ग भी घायल हुए हैं, संगठन की ओर से इस बात को प्रमुख रूप से काफी ज्यादा निंदनीय बताया गया है संगठन के कई सारे कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ प्रमुख रूप से कार्यवाही की मांग की है क्योंकि इस प्रकार का व्यवहार महिलाओं के साथ भी किया गया जिसमें दिल्ली पुलिस अत्यंत निंदनीय तरीके से बुजुर्गों के साथ व्यवहार करते हुए दिखाई दी।

 

संगठन के कई लोगो को गिरफ्तार किया गया

सहारा इंडिया के खिलाफ आंदोलन कर रहे निवेशकों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है वही सभी निवेशको को जंतर मंतर से दूर ले जाया गया है जिसमे संगठन के अध्यक्ष श्री अभय देब शुक्ल जी भी शामिल है।